नाग पंचमी 2025: तिथि, मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व | क्यों है नाग देवता की पूजा खास?

🙏🏻 नाग पंचमी 2025 🙏🏻


हिंदू धर्म में नाग पंचमी का विशेष महत्व है। श्रावण मास की पंचमी तिथि को मनाए जाने वाला यह पर्व नाग देवता की आराधना के लिए समर्पित होता है। कुछ स्थानों पर इसे श्रावण कृष्ण पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है, वहीं अन्य क्षेत्रों में श्रावण शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाई जाती है।

इस दिन लोग नाग देवता की पूजा विधिवत करते हैं, जिससे आर्थिक तंगी, भय, रोग और ग्रह दोष से मुक्ति मिलती है। नाग देवता भगवान शिव के गण माने जाते हैं, अतः इनकी पूजा करने से शिव कृपा भी प्राप्त होती है।

📅 नाग पंचमी 2025 तिथि और शुभ मुहूर्त

  • 🔹 कृष्ण पक्ष नाग पंचमी: 15 जुलाई 2025 (मंगलवार)
  • 🔹 शुक्ल पक्ष नाग पंचमी: 28-29 जुलाई 2025
  • 🔹 पंचमी तिथि प्रारंभ: 28 जुलाई रात 11:25 बजे
  • 🔹 पंचमी तिथि समाप्त: 29 जुलाई रात 12:47 बजे

🌟 नाग पंचमी पर बन रहे विशेष योग

इस वर्ष नाग पंचमी के दिन दो विशेष शुभ योग बन रहे हैं:

  • 🔹 कृष्ण पक्ष की पंचमी: सौभाग्य योग
  • 🔹 शुक्ल पक्ष की पंचमी: शिव योग

इन योगों में नाग देवता और शिवजी की पूजा करने से मनोकामनाओं की पूर्ति और बाधाओं से मुक्ति मिलती है।

🕉️ नाग पंचमी की पूजा विधि

  1. 👉 प्रातः स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  2. 👉 शिवालय जाकर भगवान शिव एवं नाग देवता का पूजन करें।
  3. 👉 घर के द्वार पर खड़िया और कोयले से नाग चित्र बनाएं या तस्वीर लगाएं।
  4. 👉 दूध, जल, धूप, दीप, नैवेद्य से पूजन करें।
  5. 👉 खेत या किसी प्राकृतिक स्थान पर नाग देवता को दूध अर्पित करें।
  6. 👉 सेवई और चावल का विशेष रूप से भोग लगाएं।
  7. 👉 नाग पंचमी कथा का पाठ अवश्य करें।

📖 नाग पंचमी का महत्व

सावन के महीने में नाग भू-गर्भ से बाहर आकर भू-तल पर विचरण करते हैं। ऐसे में उन्हें संतुष्ट करना आवश्यक होता है।

नाग पंचमी पर पूजा करने से:

  • 🌀 राहु-केतु के दोष शांत होते हैं।
  • 🌀 जीवन में बाधाएं दूर होती हैं।
  • 🌀 धन, सुख और समृद्धि का आगमन होता है।
  • 🌀 पाताल लोक के स्वामी नाग देवता प्रसन्न होते हैं।

शास्त्रों के अनुसार, पंचमी तिथि के दिन भूमि की खुदाई नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह नागों के लिए कष्टदायक होता है।

📜 क्षेत्रीय भिन्नताएं

🔸 बिहार, उड़ीसा, बंगाल, राजस्थान जैसे राज्यों में कृष्ण पक्ष की पंचमी को नाग पंचमी मनाई जाती है।
🔸 अन्य राज्यों में इसे शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है।

🙏🏻 निष्कर्ष

नाग पंचमी न केवल एक पौराणिक पर्व है, बल्कि यह धार्मिक, ज्योतिषीय और प्राकृतिक संतुलन से भी जुड़ा हुआ है। इस दिन विधिपूर्वक नाग देवता की पूजा करने से जीवन में अनेक सकारात्मक परिवर्तन आते हैं।


🌿 हर हर महादेव 🙏🏻 नाग देवता की कृपा आप सभी पर बनी रहे 🌿

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