👉 सलाह का असर: जीवन में हर किसी की मत सुनना क्यों जरूरी है?

🔥 आज का प्रेरक प्रसंग 🔥

📅 दिनांक: 06 जुलाई 2025

❝ सलाह ❞

एक व्यक्ति ने अगरबत्ती की दुकान खोली। नाना प्रकार की अगरबत्तियां थीं। उसने दुकान के बाहर एक साइन बोर्ड लगाया—
"यहाँ सुगन्धित अगरबत्तियां मिलती हैं।"

दुकान अच्छी चलने लगी। एक दिन एक ग्राहक आया और बोला,
"आपने जो बोर्ड लगाया है उसमें विरोधाभास है! भला अगरबत्ती सुगंधित नहीं होंगी तो क्या दुर्गन्धित होंगी?"

विक्रेता को बात उचित लगी और उसने "सुगंधित" शब्द मिटा दिया। अब बोर्ड में लिखा था:
"यहाँ अगरबत्तियां मिलती हैं।"

कुछ दिनों बाद, एक और सज्जन ने सुझाव दिया—
"जब दुकान यहीं है, तो 'यहाँ' शब्द लिखना निरर्थक है।"

विक्रेता ने "यहाँ" भी मिटा दिया। अब बोर्ड बन गया:
"अगरबत्तियां मिलती हैं।"

फिर किसी ने सलाह दी:
"अगरबत्तियां मिलती हैं का क्या प्रयोजन? सिर्फ़ 'अगरबत्ती' लिखना काफी है।"

विक्रेता ने ऐसा ही किया। अब बोर्ड पर सिर्फ़ एक शब्द था:
"अगरबत्ती"

इसके बाद एक शिक्षक ग्राहक बनकर आये और बोले—
"जब पूरी दुकान अगरबत्तियों की है तो बोर्ड लगाने की क्या आवश्यकता? लोग देखकर समझ ही जायेंगे!"

विक्रेता ने वह बोर्ड भी हटा दिया।

🔻 परिणाम:

धीरे-धीरे दुकान की बिक्री गिरने लगी। वह दुकानदार चिंता में डूब गया। तभी उसका एक पुराना मित्र मिलने आया। उसने कारण पूछा, देखा, समझा और कहा—
"तुमने इतनी बड़ी दुकान तो खोल ली, लेकिन बोर्ड नहीं लगाया कि ‘यहाँ सुगंधित अगरबत्तियां मिलती हैं!’"


🔸 शिक्षा 🔸

जीवन में आपको हर कदम पर सुझाव देने वाले मिलेंगे—
जो उस विषय के विशेषज्ञ नहीं होंगे, फिर भी ऐसा बोलेंगे मानो सारा ज्ञान उन्हीं में समाहित हो।

यदि आप सभी की बात मानते रहेंगे, तो आपकी स्थिति उस दुकानदार जैसी हो जाएगी।

सुनें केवल विशेषज्ञ की या अपने अंत:चेतन की, क्योंकि आपको आपसे बेहतर कोई नहीं जानता।


✨ जीवन मंत्र ✨

"सदैव प्रसन्न रहिए – जो प्राप्त है, वही पर्याप्त है।
जिसका मन मस्त है – उसके पास समस्त है।"

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