🕉️ ~ वैदिक पंचांग ~ 🕉️
📅 दिनांक: 11 जुलाई 2025, शुक्रवार
📜 विक्रम संवत: 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)
📜 शक संवत: 1947
☀️ अयन: दक्षिणायन
☁️ ऋतु: वर्षा ऋतु
📆 मास: श्रावण (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार आषाढ़)
📆 पक्ष: कृष्ण पक्ष
📆 तिथि: प्रतिपदा – रात्रि 02:08 तक, तत्पश्चात द्वितीया
🌠 नक्षत्र: उत्तराषाढ़ा (पूर्ण रात्रि तक)
🌀 योग: वैधृति – रात्रि 08:45 तक, तत्पश्चात विष्कंभ
⛔ राहुकाल: प्रातः 11:04 से दोपहर 12:44 तक
🌅 सूर्योदय: 06:05 AM
🌇 सूर्यास्त: 07:23 PM
🧭 दिशाशूल: पश्चिम दिशा
🛐 व्रत/पर्व: पूर्णिमांत श्रावण मास आरंभ
📚 विद्यालाभ योग: प्रातः 05:56 से रात्रि 11:45 तक (केवल अमावस्यांत मास प्रचलन वाले राज्यों में)
🌿 श्रावण मास विशेष जानकारी 🌿
🙏🏻 श्रावण मास प्रारंभ:
उत्तर भारत में 11 जुलाई से श्रावण मास शुरू हो रहा है।
गुजरात-महाराष्ट्र में यह मास 25 जुलाई से आरंभ होगा।
🌷 भगवान शिव का वचन:
“द्वादशस्वपि मासेषु श्रावणो मेऽतिवल्लभ:... यस्य श्रवणमात्रेण सिद्धिद: श्रावणोऽप्यत:”
अर्थात – मासों में श्रावण मुझे अत्यंत प्रिय है। इसके माहात्म्य का श्रवण ही सिद्धिदायक होता है।
📜 श्रावण मास के विशेष नियम:
- सोमवार व्रत का अत्यधिक महत्व
- नक्त (एक समय का नियमपूर्वक भोजन)
- भूमि पर शयन – कैलाश प्राप्ति हेतु
- अपनी प्रिय वस्तु का त्याग कर ब्राह्मण को दान
- घी का दान – पुष्टिदायक (शिवपुराण अनुसार)
- “अकाल मृत्यु हरणं सर्व व्याधि विनाशनम्” हेतु शिव पूजा अनिवार्य
⚠️ विशेष सावधानियाँ ⚠️
- प्रतिपदा को कूष्माण्ड (कुम्हड़ा / पेठा) न खाएं – यह धननाशक माना गया है (ब्रह्मवैवर्त पुराण)
- चतुर्मास में ताँबे व काँसे के पात्रों का उपयोग न करें
- पलाश की पत्तल पर भोजन करना पापनाशक है
🔥 जुलाई पंचक तिथि – 2025 🔥
📌 पंचक आरंभ: 13 जुलाई 2025, रविवार – शाम 06:53 बजे
📌 पंचक समाप्ति: 18 जुलाई 2025, शुक्रवार – प्रातः 03:39 बजे
🌸 श्रावण मास की मंगलकामनाएं 🌸
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