🙏🏻 हर हर महादेव 🙏🏻
🌞 ~ वैदिक पंचांग - 04 जुलाई 2025 (शुक्रवार) ~ 🌞
- 📅 विक्रत संवत: 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)
- 📅 शक संवत: 1947
- 🌞 अयन: दक्षिणायन
- 🌦️ ऋतु: वर्षा ऋतु
- 🌕 मास: आषाढ़
- 📖 पक्ष: शुक्ल
- 🗓️ तिथि: नवमी (शाम 04:31 तक), तत्पश्चात दशमी
- ✨ नक्षत्र: चित्रा (शाम 04:50 तक), तत्पश्चात स्वाती
- 🧘♂️ योग: शिव (शाम 07:36 तक), तत्पश्चात सिद्ध
- ⛔ राहुकाल: सुबह 11:03 से दोपहर 12:43 तक
- 🌅 सूर्योदय: 06:02
- 🌇 सूर्यास्त: 07:23
- 🧭 दिशाशूल: पश्चिम दिशा में
🚩 व्रत पर्व विवरण:
💥 विशेष: नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है।
(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🌷 चतुर्मास व्रत की महिमा 🌷
➡ गतांक से आगे…
🙏🏻 चतुर्मास में जल की विशेष शुद्धि होती है। इस समय तीर्थों में स्नान, तर्पण, जप-हवन अत्यंत पुण्यदायक माने गए हैं।
🙏🏻 गर्म जल से स्नान न करें। तिल, आँवला या बिल्वपत्र डालकर "ॐ नमः शिवाय" के जप से स्नान करें।
🙏🏻 जीव-दया, दान, धर्म, वेदपाठ, होम, गौ सेवा विशेष पुण्यदायक हैं।
🙏🏻 सच्चे व्रत वही होते हैं, जो भगवान की प्रसन्नता हेतु किए जाएँ - सत्य, संयम, क्षमा, अहिंसा, मधुर वाणी जैसे गुणों के साथ।
📚 स्रोत: पद्म पुराण (उत्तर खंड), स्कंद पुराण (ब्राह्म एवं नागर खंड)
📌 जुलाई 2025 पंचक तिथि
- 🕕 पंचक आरंभ: 13 जुलाई 2025, रविवार शाम 06:53
- 🌄 पंचक समाप्त: 18 जुलाई 2025, शुक्रवार सुबह 03:39
🪔 एकादशी विवरण
- 📆 आषाढ़ शुक्ल एकादशी प्रारंभ: 5 जुलाई 2025, शाम 06:58
- 📆 व्रत समाप्त: 6 जुलाई 2025, रात 09:14
- 📆 कामिका एकादशी: 21 जुलाई 2025 (व्रत)
🔔 हर हर महादेव 🔔
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